UPPRPB Police Jail Warder Fireman Constable Paper 2020 | Section 1 – General Hindi

Exam Paper :- UPPRPB Police Jail Warder Fireman Constable exam 2020

Exam Post :- Jail Warder, Fireman Constable (जेल वार्डर, फायरमैन (पुरूष) एवं आरक्षी घुड़सवार पुलिस)

Exam Organizer :- UPPRPB (Uttar Pradesh Police Recruitment and Promotion Board)

Exam Date :- 20/12/2020 Shift 2 (Evening shift)

Exam Time :- 02 Pm to 04 Pm

UPPRPB Police Jail Warder Fireman Constable Paper 2020 – Shift 2

Exam Date :- 20/12/2020 Shift 2 (Evening shift)

Section 1 – General Hindi

1) इनमें से ‘जिसका जन्म अंडे से होता हो’ को व्यक्त करने वाला कौन-सा एक शब्द है?

A) पक्षी

B) अंडाणु

C) अंडज

D) अंत्यज

Answer – C

2) निम्नलिखित में ‘अमृत’ का अनेकार्थक शब्द नहीं है –

A) स्वर्ण

B) पारा

C) दूध

D) मोती

Answer – D

3) अमृतलाल नागर के उपन्यास ‘मानस का हंस’ की कथावस्तु है –

A) बुंदेलखंड का सांस्कृतिक जीवन

B) ह्रासोन्मुख बुद्धकालीन भारत

C) लोरिक-चंदा की लोककथा

D) तुलसीदास का मानसिक विकास

Answer – D

4) ‘गंगा मैया’ उपन्यास के लेखक हैं

A) नागार्जुन

B) भैरव प्रसाद गुप्त

C) राही मासूम रज़ा

D) अब्दुल बिस्मिल्लाह

Answer – B

5) निम्नलिखित वाक्य में आए खाली स्थान के लिए सही शब्द चुनिए –

आजकल के नौजवानों ने बुजुर्गों की ____ खराब कर रखी है।

A) मिट्टी

B) बालू

C) सूरत

D) दिमाग

Answer – A

6) ‘चैन की बंसी बजाना’ मुहावरे का सही अर्थ होगा –

A) सुख से रहना

B) धीरे-धीरे काम करना

C) बात पर अड़े रहना

D) प्रतीक्षा करना

Answer – A

7) ‘लोग भूल गए हैं’ पर साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले कवि हैं

A) गिरिजाकुमार माथुर

B) रघुवीर सहाय

C) कुँवर नारायण

D) त्रिलोचन

Answer – B

8-12 प्रश्नों के लिए निर्देश:

निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़कर उसके नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए

निबंध कविता, कहानी की तरह रचनात्मक साहित्य की एक विधा है। लेकिन इस शब्द का प्रयोग किसी विषय की तार्किक और बौद्धिक विवेचना करने वाले लेखों के लिए भी किया जाता है। निबंध के पर्याय रूप में संदर्भ, रचना और प्रस्ताव का भी उल्लेख किया जाता है। लेकिन साहित्यिक आलोचना में सर्वाधिक प्रचलित शब्द निबंध ही है। इसे अंग्रेजी के कम्पोजीशन और एसे के अर्थ में ग्रहण किया जाता है। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार संस्कृत में भी निबंध का साहित्य है। प्राचीन संस्कृत साहित्य के उन निबंधों में धर्मशास्त्रीय सिद्धान्तों की तार्किक व्याख्या की जाती थी। उनमें व्यक्तित्व की विशेषता नहीं होती थी। किन्तु वर्तमान काल के निबंध संस्कृत के निबंधों से ठीक उलटे हैं। उनमें व्यक्तित्व या वैयक्तिकता का गुण सर्व प्रधान है। हिंदी साहित्य के आधुनिक युग में भारतेन्दु और उनके सहयोगियों से निबंध लिखने की परंपरा का आरंभ होता है। निबंध ही नहीं, गद्य की कई विधाओं का प्रचलन भारतेन्दु से होता है। यह इस बात का प्रमाण है कि गद्य और उसकी विधाएँ आधुनिक मनुष्य के स्वाधीन व्यक्तित्व के अधिक अनुकूल हैं। मोटे रूप में स्वाधीनता आधुनिक मनुष्य का केन्द्रीय भाव है। इस भाव के कारण परंपरा की रूढ़ियाँ दिखाई पड़ती हैं। सामयिक परिस्थितियों का दबाव अनुभव होता है। भविष्य की संभावनाएँ खुलती जान पड़ती हैं। इसी को इतिहास-बोध कहा जाता है। भारतेन्दु युग का साहित्य इस इतिहास-बोध के कारण आधुनिक माना जाता है।

8) प्रस्तुत गद्यांश का शीर्षक होगा –

A) हिंदी साहित्य

B) गद्य की विधाएँ

C) निबंध क्या है

D) रचनात्मक साहित्य

Answer – C

9) हिंदी में निबंध का प्रारंभ कब से हुआ?

A) भक्तिकाल से

B) भारतेन्दु युग से

C) द्विवेदी युग से

D) छायावाद से

Answer – B

10) निबंध के संदर्भ में असत्य कथन है –

A) निबंध को अंग्रेजी में कम्पोजीशन और एसे के अर्थ में ग्रहण किया जाता है।

B) निबंध के पर्याय रूप में संदर्भ, रचना और प्रस्ताव का भी उल्लेख किया जाता है।

C) निबंध शब्द का प्रयोग किसी विषय की तार्किक और बौद्धिक विवेचना करने वाले लेखों के लिए भी किया जाता है।

D) वर्तमान काल के निबंधों में व्यक्तित्व या वैयक्तिकता का गुण नहीं होता।

Answer – D

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